टाइफाइड ka ilaj in hindi | typhoid treatment in hindi | symptoms | causes
टाइफाइड ka ilaj in hindi | typhoid treatment in hindi | symptoms | causes | home remedy
जैसा कि आप जानते हैं कि अधिकतर बीमारियां खान-पान के कारण होती है |
इसी तरह टाइफाइड
फीवर भी खाने पीने की चीजों से ही होती है | टाइफाइड फीवर सालमोनेला टायफी बैक्टीरिया
(Salmonella typhi bacteria) से होता है | यह बैक्टीरिया पहले से संक्रमित भोजन या पानी के
सेवन से होता है, जिसमें यह सालमोनेला टायफी बैक्टीरिया पाया जाता है | टाइफाइड
कॉन्टैमिनेटेड भोजन और पानी (contaminated food and water) से फैलता है| टाइफाइड संक्रमित व्यक्ति के झूठे खाने और पीने
से भी हो जाता है और टाइफाइड दूषित खाद्य पदार्थ से भी हो सकता है | टाइफाइड फीवर में तेज बुखार आना, कमजोरी महसूस करना, पेट में दर्द, सिर दर्द, कम भूख लगना, थकान, हाथ-पैरों में तेज दर्द, दस्त लगना, कब्ज होना आदि लक्षण दिखाई देने लगते हैं
| यह
बुखार 3 दिन से लेकर 30 दिनों तक हो सकता है | टाइफाइड घातक भी हो
सकता है अगर इसका समय पर उपचार नहीं किया जाए | इससे बचने का एक ही
उपाय कारगर है अपने खाने पीने का ध्यान रखें और हमेशा संतुलित और स्वस्थ भोजन करें
|
टाइफाइड के लक्षण (Symptoms of Typhoid)
तेज सर दर्द
सो डिग्री से ऊपर का बुखार होना
शरीर में दर्द
कम भूख लगना
जी घबराना और कब्ज होना
पेट में दर्द
थकान
कमजोरी महसूस करना आदि |
टाइफाइड होने के कारण (Causes of Typhoid fever)
टाइफाइड का मुख्य कारण सालमोनेला नामक जीवाणु से फैलता है | यह बैक्टीरिया Contaminated भोजन और पानी में
पाया जाता है, जो कि हमारे खानपान में आने से हमें टाइफाइड हो जाता है | टाइफाइड 3 से 30 दिनों तक हो सकता है
जिसमें तेज बुखार आना इसका मुख्य लक्षण है | यह बीमारी संक्रमित व्यक्ति के झूठे खाने
और पीने से भी हो जाता है
टाइफाइड का सामान्य घरेलू इलाज (Home Remedy for Typhoid treatment in hindi)
खाने पीने का ध्यान रखना
टाइफाइड में उबला हुआ या हल्का गर्म पानी पिए
खाने पीने की चीजों धोकर खाए पिए | अगर आप बाहर की चीजें खाते हैं तो वहां की जगह का ध्यान रखें | अगर वहां की जगह साफ-सुथरी है तो ही वहां खाए पिए, गंदगी वाले जगह पर कुछ ना खाएं, क्योंकि वहां इस तरह के बैक्टीरिया पाए जाते हैं जो कि व्यक्ति को बीमार कर सकते हैं |
अपने साथ हल्का गर्म पानी रखें जो कि बोतल में हो |
भोजन को हमेशा घर पर ढक कर रखें और बाहर ले जाते वक्त उसे किसी टिफिन या बंद आइटम में ले जाएं |
अपने हाथों को साबुन से धोएं
अपने शरीर को स्वच्छ रखें
अपने आसपास के जगह को भी स्वच्छ रखें, ज्यादा मक्खियां बैठने ना दें |
अगर आप बाहर से आते हो या जॉब से आते हो, तो अपने हाथ-पैरों को अच्छी तरह धोएं और उन्हें साफ करें |
टाइफाइड बुखार के इलाज के लिए आयुर्वेदिक
उपाय (Ayurvedic treatment for Typhoid fever)
तुलसी के पत्तों को खाएं |
आंवले का जूस पिए |
अदरक और लहसुन का पानी पिए जोकि टाइफाइड के लिए काफी फायदेमंद है, याद रहे कि पानी गुनगुना हो, ठंडा नहीं हो |
गुनगुने तरल पदार्थों का सेवन करना चाहिए |
शहद खाएं |
आराम करें |
पुदीना, अदरक का काढा पिए |
ज्यादा से ज्यादा पानी पिए |
टाइफाइड होने पर आपको ज्यादा से ज्यादा आराम करना चाहिए तथा घरेलू
चीजों का सेवन करना चाहिए, जो कि टाइफाइड बुखार को खत्म करने के लिए
फायदेमंद होते हैं जैसे तुलसी के पत्ते खाना, शहद खाना, गुनगुना पानी पीना इत्यादि | अगर आपको टाइफाइड
बुखार ज्यादा है तो किसी आयुर्वेदिक चिकित्सक से संपर्क करें या फिर किसी अच्छे
डॉक्टर को दिखावे , जिससे टाइफाइड बुखार ज्यादा हावी ना हो और आपकी तबीयत को ज्यादा खराब
नहीं करें | टाइफाइड का इलाज जितना जल्दी हो सके करा लीजिए ताकि यह आपके लिए
घातक नहीं बने | क्योंकि कई बार टाइफाइड बहुत ही ज्यादा हावी हो जाता है और इंसान की जान
तक ले लेता है | टाइफाइड फीवर ज्यादातर कम उम्र के लोगों को होता है | Espicially बच्चों में यह
टाइफाइड पाया जाता है | हमेशा अपने आसपास साफ सफाई रखें, संतुलित भोजन, पानी को छानकर पीएं , गुनगुना करके पिए, संक्रमित व्यक्ति से
दूर रहे तथा उसके खानपान की चीजों को अलग रखें | वह जिस बर्तन में खाता हो, उन बर्तनों को
जल्दी साफ करें ताकि मक्खियां उन बर्तनों पर बैठकर किसी स्वच्छ बर्तनों पर बैठकर
टाइफाइड बीमारी नहीं फैलाएं | टाइफाइड बीमारी के इलाज के लिए इन दो बातों का
जरूर ध्यान रखें - स्वच्छता बनाए रखें और भोजन-पानी को ढक कर रखें |