बच्चों की मालिश के नियम ( Rules for children's massage) at www.healthcruz.com |
How to massage baby :
बच्चों की मालिश (Massage) धूप में लिटाकर कर सकते हैं ताकि उनके खुले बदन को सूर्य की किरणों से विटामिन-डी सीधा प्राप्त हो सके। इससे त्वचा विकार रहित और हड्डियां (Bones) मजबूत होंगी।
बच्चों की मालिश कॉडलिवर ऑयल, बादाम तेल (Almond oil) या जैतून के तेल (Olive oil) से कर सकते हैं । ये तेल थोड़े महंगे जरूर हैं किंतु बच्चों की नाजुक त्वचा व कोमल हड्डियों के लिए अत्यंत फायदेमंद होते हैं। नवजात शिशुओं की मालिश देसी घी से करना उत्तम रहता है, गाय का घी अधिक उत्तम रहता है। सरसों या नारियल के तेल (Coconut Oil) से भी मालिश की जा सकती हैं ।
बच्चे की मालिश किसी अन्य स्त्री या आया वगैरह से न करवा कर मां को ही करनी चाहिए। मां की ममता और बच्चे के प्रति मंगलकारी भावना का
बच्चे पर पूरा प्रभाव पड़ता है और मालिश भी उचित व सुरक्षित ढंग से होती है। किसी रोग विशेष की स्थिति हो तो बात अलग है।
बच्चों की मालिश कोमलता से,
हल्के दबाव से करनी चाहिए और जोड वाले स्थान पर गोल-गोल हाथ चलाकर चारों तरफ मालिश करनी चाहिए। हाथ को
5-10 बार चलाकर जोड़ों को व्यायाम दें। इससे जोड़ों में आई अकड़न ठीक होती है। नवजात शिशु की मालिश आटे की लोई द्वारा कम-से-कम 40 दिन तक अवश्य की जानी चाहिए। 6
माह तक की जा सके तो सर्वोत्तम होगा।
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