beriberi treatment in hindi | beriberi ka gharelu ilaj in hindi
बेरीबेरी रोग क्या है? (What is beriberi disease?)
बेरीबेरी एक तरह से कुपोषण से होने वाला खतरनाक रोग है जोकि
विटामिन बी-1 (vitamin B-1 deficiency : Thiamine) की कमी से होता है | यह रोग बारबियर्स,
हाइड्रॉप्स
ऐस्थमैटिक्स, पॉलिन्यूराइटिस इंडेंमिका, काके, आदि नामों से भी जाना जाता हैं | बेरीबेरी रोग का
सामान्य अर्थ है कि “चलने में असमर्थ होना” | बेरीबेरी रोग होने से रोगी चल नहीं सकता, यह रोग विटामिन बी-1 कमी के कारण होता
है | और अधिक
चावल (White Rice) आहार में लेने से भी होता है | बेरी बेरी रोग दो तरह के होते हैं ड्राई
बेरीबेरी और वेट बेरीबेरी | वेट बेरी बेरी Heart और स्वसन क्रिया सिस्टम पर प्रभाव डालता
है | विटामिन
बी-1 की कमी
होने को ही थायमिन डिसीज कहा जाता है जिससे बेरी बेरी रोग हो जाता है |
सन 1897 में एक फिजिशियन
द्वारा पाया गया कि बेरी बेरी रोग ज्यादातर संतुलित आहार न लेने से होता है |
इसका मुख्य कारण
ज्यादातर सफेद चावल आहार में लेने, एल्कोहलिक पदार्थ लेना, विटामिन B-1 की कमी के कारण से होता है | बेरी बेरी रोग में
इंसान चलने में असमर्थ हो जाता है, उसकी दिल की धड़कन तेजी से बढ़ जाती है और सांस
लेने में समस्या उत्पन्न होती है |
बेरी बेरी रोग दो तरह का होता है (Types of Berry Berry) :
- ड्राई बेरीबेरी (Dry beriberi)
इसमें रोगी का नर्वस सिस्टम कमजोर हो जाता है जिससे उसके हाथ पैर सुन
हो जाते हैं और उसे पैर हिलाने में कठिनाई महसूस होती है और वह चल नहीं सकता है |
उसे पैरों में काफी
दर्द होता है और उसे भूख की कमी महसूस होती है और कब्ज (Constipation) की समस्या रहती है
|
- वेट बेरीबेरी (Wet beriberi)
इसमें रोगी को सांस लेने में समस्या उत्पन्न होती है और उसकी हार्टबीट
काफी तेज हो जाती है | उसे कमजोरी महसूस होती है और कई बार हार्ट फेल होने की समस्या भी आती
है | उसके
पैरों में नीचे की ओर सूजन आ जाती है |
Symptoms (लक्षण)
- चलने में असमर्थ (Difficulties in walking)
- पैरों में सूजन (Swelling leg)
- पैरों में तेज दर्द (Pain in leg)
- हाथ पैरों का सुन्न पड़ना (Numbness in hands and leg)
- दिल की धड़कन तेजी से बढ़ना (Fast heart beat)
- भूख की कमी (Lack of appetite)
- स्वसन क्रिया का कमजोर होना (Difficulties of respiration)
- पैरालाइज
- मानसिक कमजोरी (Mental weakness/Confusion)
- बोलने में समस्या (Difficulties in talking)
- वोमिटिंग
- नर्वस सिस्टम का कमजोर होना (Weak nervous system)
Causes of Beriberi (बेरीबेरी रोग का कारण)
बेरी बेरी रोग होने का मुख्य कारण है विटामिन b1 की कमी or थायमिन की कमी और
एल्कोहल का अधिक से अधिक यूज़ बेरी बेरी का मुख्य कारण है | अधिक मात्रा में सफेद चावल का सेवन करने
से भी बेरी बेरी रोग हो सकता है इसलिए इसका इस्तेमाल लिमिट में ही करें | क्योंकि किसी भी चीज
का ज्यादा इस्तेमाल आप को नुकसान पहुंचा सकता है और उसका कम इस्तेमाल भी आप को
नुकसान पहुंचा सकता है इसलिए हर चीज लिमिट में लेवे |
Sources of Thiamin or vitamin B-1 (According to National Institute of Health : NIS)
- गेहूं (Wheat)
- दही (Yogurt)
- दूध (Milk)
- चिकन (Chicken)
- मीट (Meat)
- एप्पल (Apple)
- बीफ (Beef)
- अंडे (Eggs)
- Pork
Beriberi treatment and prevention :
उपाय -
- चाय कॉफी का सेवन करना बंद कर दें
- शराब का सेवन करना बंद कर दें
- विटामिन B-1 युक्त संतुलित भोजन करें
- डॉक्टर की सलाह अनुसार दवाइयां समय-समय पर लेवे
- डॉक्टर को समय-समय पर दिखावे
- एल्कोहलिक पदार्थों का सेवन बिलकुल बंद कर दें
रोकथाम
बेरी बेरी रोग होने का मुख्य कारण Thiamine की कमी या विटामिन b1 की कमी होता है |
अगर हम बेरी बेरी
रोग का रोकथाम करना चाहे तो हमें उन कमियों को दूर करना होगा, जो बेरी बेरी रोग
होने का कारण बनता है जैसे थायमिन की कमी Alcohol पदार्थों या शराब का अधिक से अधिक सेवन
करना आदि | बेरी बेरी रोग से बचाव के लिए हमें अधिक मात्रा में दूध, दही, बीफ, गेहूं, दाल, चने आदि जो विटामिन
बी-1 से
भरपूर हो, उनका
सेवन करना चाहिए | अगर आपको बेरी बेरी रोग होने का कोई लक्षण दिखता
है तो जल्द ही डॉक्टर से संपर्क करें और अपनी जांच करा दे , इससे इसकी रोकथाम की जा सकती है |